● संयुक्त राष्ट्र संगठन United Nation Organization (U.N.O)





संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर सन् 1945 को हुई थी। अमेरिका के राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूसवेल्ट इस अवधि को ले आए। संयुक्त राष्ट्र विभिन्न देशों से मिलकर बना हुआ है। शुरुआत में इसके देशों की संख्या 51 थी जिसमें भारत भी शामिल था और 51वाँ देश पोलैंड को बनाया गया था।

संयुक्त राष्ट्र की दो अधिकारी भाषा है - अंग्रेजी एवं फ्रेंच और कार्यालयों में चार भाषाओं का प्रयोग किया जाता है - रूसी, स्पेनी, चीनी और अरब। संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय मैनहट्टन (न्यू यॉर्क) में स्थित है। संयुक्त राष्ट्र के अध्यक्ष एंटोनियो गुटरेस हैं। संयुक्त राष्ट्र 195 देशों से मिलकर बना है इन 195 देशों में से 193 देश संयुक्त राष्ट्र का ही भाग हैं बाकी के दो देश हैं जिनका आब्जर्वर स्टेटस है वो हैं - वेटिकन सिटी और फिलीस्तीन।

संयुक्त राष्ट्र संगठन का कार्य क्या है???

जैसा हम जानते हैं कि संयुक्त राष्ट्र एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था है, जिसका उद्देश्य है अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखना ताकि आने वाले भविष्य में हमें किसी भी तरह के युद्ध का सामना न करना पड़े।
इसके अलावा सदस्य देशों में मैत्रेयी संबंध को भी बनाए रखना इसका उद्देश्य है। पूरे विश्व में मानव अधिकार को सुरक्षित रखना इसका मुख्य उद्देश्य है। अंतर्राष्ट्रीय कानून की देखभाल करना एवं उसकी रक्षा करना संयुक्त राष्ट्र की जिम्मेदारी मानी जाती है। 

संयुक्त राष्ट्र संगठन का निर्माण क्यों हुआ???

प्रथम विश्व युद्ध 1914-1918 तक। जब प्रथम विश्व युद्ध खत्म हुआ तो लोगों को बहुत सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। इसके लिए एक कान्फ्रेंस तैयार की गई जिसका नाम रखा गया पेरिस पीस कान्फ्रेंस (Paris Peace Conference) उसमें लीग ऑफ नेशन (League of Nation) का गठन किया गया।10 जनवरी 1920 को इसे आयोजित किया गया ताकि भविष्य में होने वाले मतभेद को संभाला जा सके और इस तरह के युद्ध से बचा जा सके। 

लेकिन लीग ऑफ नेशन ज्यादा समय तक नहीं चला और 1939 में द्वीतीय विश्व युद्ध शुरू हो गया जो 1945 तक चला। इसके बाद एक नई संस्था का गठन किया गया जिसका नाम था संयुक्त राष्ट्र......

संयुक्त राष्ट्र छह सदनों को मिलाकर बना है:

1- महासभा (General Assembly)

महासभा के नाम से ही पता चलता है कि इस सदन में सारी समस्याओं का निवारण किया जाता है और उसपे चर्चा की जाती है। संयुक्त राष्ट्र के बजट की भी चर्चा इसी सदन में की जाती है। प्रत्येक वर्ष सितंबर के महीने में महासभा की बैठक होती है और सितंबर से दिसंबर तक चलती है। ये बैठक संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में होती है।

2- सुरक्षा परिषद (Security Council)

इस सदन में एक नियम निर्धारित किया गया है कि जो भी देश नियम और किसी भी प्रस्ताव का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगा दिया जाएगा फिर उनके साथ कोई व्यापार नहीं करेगा और न ही उन्हें किसी भी प्रकार की मदद दी जाएगी। सैन्य कार्रवाई के लिए सुरक्षा परिषद जिम्मेदार होता है।

सुरक्षा परिषद में कुल 15 सदस्य होते हैं और ये दो प्रकार का होता है:-

1- स्थायी सदस्य (Permanent Members)      

इसमें सीटों की संख्या 5 होती है और कुल 5 देश आते हैं- चाइना, फ्रांस, रूस, यूनाइटेड किंगडम और यूनाइटेड स्टेट। स्थायी सदस्यों के पास एक विशेष प्रकार की शक्ति होती है, जिसे वीटो पावर कहते हैं। इसका मतलब ये है कि अगर संयुक्त राष्ट्र में कोई भी प्रस्ताव लाया जाता है और उसमें इन 5 स्थायी सदस्यों में से अगर एक भी ऐसा देश है जो इसके खिलाफ वोटिंग कर दे और वो बोले कि ये प्रस्ताव पारित नहीं होगा तो वो प्रस्ताव नहीं पारित होगा।

ये बहुत बड़ी पावर मानी जाती है जिससे बहुत सारे प्रस्ताव पास नहीं हो पाते हैं।

2- अस्थायी सदस्य (Temporary Members)

इसमें 10 सीटें होती हैं और ये महासभा के द्वारा केवल 2 साल के लिए नियुक्त किए जाते हैं और ये दो साल बाद बदलते भी रहते हैं।

3- अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (International Court of Justice)    

 इसे मुख्य न्यायिक अंग कहा जाता है। जिन सदस्य देशों के बीच में कानूनी विवाद होते हैं उनके साथ समझौता करना और उन्हें सलाह देना इसका कार्य होता है। अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में 15 न्यायधीशों का पैनल होता है और ये न्यायाधीश महासभा और सुरक्षा परिषद द्वारा 9 साल के लिए नियुक्त किए जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का मुख्यालय द हेग (नेदरलैंड) में है। 

4- संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (United Nation Economic & Social Council)

इसका मुख्य उद्देश्य है सामाजिक और पर्यावरण संबंधित कार्यों को देखना उसकी समीक्षा करना। इसमें कुल 54 सदस्य हैं। इसकी सदस्यता केवल 3 साल के लिए की जाती है और यहाँ के सदस्य महासभा में नियुक्त किए जाते हैं।

5- सचिवालय (The Secretariat)

इस सदन में संयुक्त राष्ट्र की रोज की प्रक्रिया होती है जहाँ पर कार्यसूची के बारे में चर्चा की जाती है चाहे वो महासभा से संबंधित हो, आर्थिक एवं सामाजिक परिषद से संबंधित हो किसी भी तरह के निर्णय को लागू करना सचिवालय की जिम्मेदारी होती है। 

एक तरह से सभी नीतियों को लागू करने का काम करती है। 
महासचिव  सचिवालय का मुखिया होता है और महासभा द्वारा महासचिव नियुक्त किए जाते हैं। इन्हें 5 साल के लिए चुना जाता है।

6- न्यास परिषद (Trusteeship Council)

ये परिषद अस्तित्व में नहीं आती। इसे 1994 में निलंबित कर दिया गया था। इसका उद्देश्य ये था कि इसके अंदर जो 7 सदस्य थे उनको स्वतंत्रता प्रदान करवाना और वहाँ पर स्वशासन का निर्माण करना था।

       



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