व्लादिमीर पुतिन की बायोग्राफी....
ऐसा कहा जाता है कि दुनिया के सबसे ताकतवर नेता और सबसे अमीर इंसान व्लादिमीर पुतिन हैं। पुतिन रूस के राष्ट्रपति हैं जो लगातार चार बार से रूस के राष्ट्रपति बनते आ रहे हैं। पुतिन राष्ट्रपति से पूर्व प्रधानमंत्री के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। व्लादिमीर पुतिन का जन्म 7 अक्टूबर 1952 को लेनिनग्राड (संत पिटरबर्ग) में हुआ था। जब इनका जन्म हुआ तो इनके दो भाई विक्टर और अल्बर्ट की मौत हो गई थी। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद इनका परिवार एक छोटे से अपार्टमेंट के एक कमरे में रहता था तो उस हिसाब से उन्हें अच्छी सुविधा नहीं मिल पाती थी।
द्वितीय विश्वयुद्ध में इनके पिता व्लादिमीर स्पिरिदोनोविच पुतिन का बहुत बड़ा योगदान रहा। व्लादिमीर पुतिन मूवीज बहुत देखते थे और वे सिनेमा से काफी प्रेरित हैं। पुतिन एक जासूस बनना चाहते थे। टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट से इन्होंने अपनी पढ़ाई शुरू की थी। 12 साल की उम्र में पुतिन ने जूडो और सैंबो का अभ्यास करना शुरू कर दिया था। राजनीति में आने से पहले पुतिन विदेशी खुफिया अधिकारी (Foreign intelligence officer) के रूप में काम किए।
लॉ की पढ़ाई खत्म करने के बाद सरकार द्वारा संचालित खुफिया एजेंसी KGB में गए। इस एजेंसी में उनकी ट्रेनिंग KGB स्कूल, मॉस्को में हुई। जिसके बाद पुतिन निदेशक सचिवालय (Director secretriat) के रूप में काम करने लगे। इनका काम लोगों को काफी पसंद आने लगा।
जिसकी वजह से पुतिन को काउंटर इंटेलिजेंस डिवीजन में भेज दिया गया। 1985-1990 के बीच पूर्वी जर्मनी में भी काफी दिनों तक काम करते रहे। पुतिन के परिश्रम को देखते हुए उन्हें लेफ्टिनेंट कर्नल बना दिया गया। कुछ समय बाद वो खुफिया कार्यालय (intelligence agency) में विभागाध्यक्ष (head of the department) के वरिष्ठ सहायक (senior assistant) बन गए।
1990 में पुतिन लेनिनग्राड वापस आए और इसी साल उन्होंने KGB से इस्तीफा दे दिया और अब वो राजनीति के करीब आते गए। 1996 में वे माॅस्को में बस गए यहाँ आने के बाद उन्हें राष्ट्रपति संपत्ति प्रबंधन निदेशक (presidential property management director) के डिप्टी चीफ के रूप में नियुक्त किया गया। 1996 में ही उन्हें कई पदों से जुड़ने का मौका मिला। राजनीति में आकर पुतिन बहुत तेजी से तरक्की कर रहे थे। वहीं कुछ ही दिनों में पुतिन रूस संघ सुरक्षा परिषद (security council of the Russian federation) के सचिव बन गए।
1999 में रूस के राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन थे जिन्होंने पुतिन को प्रधानमंत्री नियुक्त किया। साल 2000 में बोरिस येल्तसिन ने राष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे दिया और पुतिन को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। मार्च 2000 में पहली बार व्लादिमीर पुतिन रूस के राष्ट्रपति बनें और 2008 तक वो रूस के राष्ट्रपति रहे। नियमों के अनुसार अन्य देशों की तरह रूस में भी कोई भी व्यक्ति दो बार से ज्यादा राष्ट्रपति नहीं बन सकता।
साल 2008 में दिमित्र मेदवेदेव रूस के राष्ट्रपति बनें। लेकिन इसके बाद भी पुतिन राजनीति से दूर नहीं रहे और देश के प्रधानमंत्री बन गए। साल 2012 में पुतिन तीसरी बार रूस के राष्ट्रपति बनने में सफलता हासिल किए। बहुत समय पहले रूस में राष्ट्रपति का पद केवल चार साल का ही होता था लेकिन 2011 में छः साल कर दिया गया। इसीलिए 2012 में जीतने के बाद पुतिन की तीसरी अवधि 2018 में पूरी हुई और 2018 में पुतिन एक बार फिर से चुनाव में खड़े हुए और चौथी बार रूस के राष्ट्रपति बनने का सपना पूरा हुआ। साल 2024 तक पुतिन रूस के राष्ट्रपति के पद पर काम करते रहेंगे।
व्लादिमीर पुतिन के बारे में कुछ अनोखी बातें
➡ पुतिन की जर्मन भाषा जितनी अच्छी है उतनी अंग्रेजी नहीं।
➡ इनके पास करीब 46 अरब डॉलर की संपत्ति है। पुतिन कहते हैं कि जो काम एक सेना मिलकर नहीं कर सकती उसे एक जासूस कर सकता है।
➡ आपको बता दूँ कि जब पुतिन जासूस थे तब वे पश्चिमी देशों की जासूसी करते थे।
➡पुतिन मार्शल आर्टिस्ट भी हैं और आज भी वो सुबह एक घंटे इसकी ट्रेनिंग करते हैं।
➡पुतिन फाइटर प्लेन उड़ाते हैं, स्पोर्ट्स बाइक चलाते हैं और घुड़सवारी भी करते हैं।
➡व्लादिमीर पुतिन के पास 43 जेट, 7000 कार और एक सोने से बना हुआ बाथरूम भी है।
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