कर्नल सोफ़िया कुरैशी
कर्नल सोफ़िया कुरैशी भारतीय सेना की एक सम्मानित अधिकारी हैं | एक ऐसी महिला जिसने अपने कार्य और साहस से न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया बल्कि देश की सेना में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान है | कर्नल सोफी कुरैशी का जन्म 1981 में गुजरात के वडोदरा में हुआ था | उनकी प्रारंभिक शिक्षा यहीं से हुई और इसके बाद महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की | आपको बता दें की कर्नल कुरैशी का परिवार सेना से जुड़ा हुआ है | जी हाँ , उनके दादा जी और पिता जी भी सेना में अपनी सेवा दे चुके हैं |
कर्नल सोफ़िया कुरैशी भारतीय सेना ( सिग्नल कोर ) की एक प्रतिष्ठित और साहसी अधिकारी हैं और भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी भी हैं | कर्नल कुरैशी ने इस देश के लिए कई महत्वपूर्ण सेवाएँ दी है जिसमें ऑपरेशन सिन्दूर एक चर्चित उदाहरण है |
सेना में कब शामिल हुई कर्नल कुरैशी ?
सोफ़िया कुरैशी का परिवार
भारतीय सेना में योगदान
- ऑपरेशन पराक्रम - साल 2001 -2002 में भारतीय संसद पर हमले के बाद सैन्य अभियान में कर्नल कुरैशी की बहादुरी को देखते हुए उन्हें General Officer Commander In Chief से सम्मानित किया गया |
- संयुक्त राष्ट्र शान्ति मिशन - साल 2006 में कांगो में संयुक्त राष्ट्र शान्ति मिशन में छः सालों तक अपनी सेवा दी
- एक्सरसाइज फोर्स 18 - कर्नल कुरैशी भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी बनी, जिन्होंने 18 देशों की सैन्य अभ्यास फोर्स -18 में भारतीय टुकड़ी का मार्गदर्शन किया |
पुरस्कार एवं सम्मान
- पूर्वी कमान की प्रशंसा ( 2003 ) भारतीय सेना के पूर्वी कमान द्वारा
- सेना प्रमुख की प्रशंसा ( 2010 )
- संयुक्त राष्ट्र शान्ति मिशन पदक ( 2016 -17 ) भारतीय सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व करने के लिए
- विशिष्ट सेवा पदक (2019 )
- सेना पदक ( 2025 )
कर्नल सोफ़िया कुरैशी से जुड़े तथ्य
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