कर्नल  सोफ़िया  कुरैशी 



कर्नल  सोफ़िया  कुरैशी  भारतीय  सेना  की  एक  सम्मानित  अधिकारी  हैं |  एक  ऐसी  महिला  जिसने  अपने  कार्य  और  साहस  से  न  केवल  अपने  परिवार  का  नाम  रोशन  किया  बल्कि  देश  की  सेना  में  भी  उनका  महत्वपूर्ण  योगदान  है |  कर्नल  सोफी  कुरैशी  का जन्म  1981  में  गुजरात  के  वडोदरा  में  हुआ  था |  उनकी  प्रारंभिक  शिक्षा  यहीं  से  हुई  और  इसके  बाद  महाराजा  सयाजीराव  विश्वविद्यालय  से  बायोकेमिस्ट्री  में  पोस्ट ग्रेजुएशन  की  डिग्री  हासिल  की |  आपको  बता  दें  की  कर्नल  कुरैशी  का  परिवार  सेना  से  जुड़ा  हुआ  है |  जी  हाँ ,  उनके  दादा  जी  और  पिता  जी  भी  सेना  में  अपनी  सेवा  दे  चुके  हैं |  

कर्नल  सोफ़िया  कुरैशी  भारतीय  सेना  ( सिग्नल  कोर )  की  एक  प्रतिष्ठित  और  साहसी  अधिकारी  हैं  और  भारतीय  सेना  की  पहली  महिला  अधिकारी  भी  हैं |  कर्नल  कुरैशी  ने  इस  देश  के  लिए  कई  महत्वपूर्ण  सेवाएँ  दी  है  जिसमें  ऑपरेशन  सिन्दूर  एक  चर्चित  उदाहरण  है | 


सेना  में  कब  शामिल  हुई  कर्नल  कुरैशी ?

भारतीय  सेना  में  सोफ़िया  कुरैशी  का  आगमन  साल  1999  में  हुआ |  उन्होंने  वर्ष  1999  में  चेन्नई  में  स्थित  ऑफिसर्स  ट्रेनिंग  अकादमी  ( Officers  Training  Academy )  से  प्रशिक्षण  प्राप्त  किया  और  इसके  बाद  दो  हज़ार  भारतीय  सेना  की  सिग्नल  कोर  में  सोफ़िया  कुरैशी  की  नियुक्ति  हुई |  कर्नल  कुरैशी  सेना  की  संचार  प्रणाली  को  संचालित  करती  हैं |

सोफ़िया  कुरैशी  का  परिवार 

सोफ़िया  कुरैशी  का  परिवार  सैन्य  पृष्ठभूमि  से  जुड़ा  है  जैसे  इनके  पिताजी  ताज  मोहम्मद  कुरैशी  जो  भारतीय  सेना  में  धार्मिक  शिक्षक  के  रूप  में  कार्य  कर  चुके  हैं  साथ  ही  इन्होने  1971  में  बांग्लादेश  युद्ध  में  हिस्स्सा  लिया  था |  इसके  आलावा  इनके  दादाजी  भारतीय  सेना  में  और  परदादा  ब्रिटिश  सेना  में  अपनी  सेवा  दे  चुके  हैं |  कर्नल  कुरैशी  के  पति  ताजुद्दीन  बागेवाड़ी  भारतीय  सेना  से  जुड़े  हैं  जो  मैकेनाइज्ड इन्फैन्ट्री  एक  अधिकारी  हैं |  इनकी  शादी  साल  2015  में  हुई  थी |  ताजुद्दीन  इस  समय  झांसी  में  तैनात  हैं  तो  वहीँ  कर्नल  कुरैशी  की  पोस्टिंग  जम्मू  में  है |     



भारतीय  सेना  में  योगदान 

  • ऑपरेशन  पराक्रम  -  साल  2001 -2002  में  भारतीय  संसद  पर  हमले  के  बाद  सैन्य  अभियान  में  कर्नल  कुरैशी  की  बहादुरी  को  देखते  हुए  उन्हें   General  Officer   Commander  In  Chief  से  सम्मानित  किया  गया |
  •  संयुक्त  राष्ट्र  शान्ति  मिशन  -  साल  2006  में  कांगो  में  संयुक्त  राष्ट्र  शान्ति  मिशन  में  छः  सालों  तक  अपनी  सेवा  दी 
  •  एक्सरसाइज  फोर्स  18  -  कर्नल  कुरैशी  भारतीय  सेना  की  पहली  महिला  अधिकारी  बनी,  जिन्होंने  18  देशों  की  सैन्य  अभ्यास  फोर्स -18  में  भारतीय  टुकड़ी  का  मार्गदर्शन  किया |


पुरस्कार  एवं  सम्मान 

  • पूर्वी  कमान  की  प्रशंसा  ( 2003 )  भारतीय  सेना  के  पूर्वी  कमान  द्वारा 
  • सेना  प्रमुख  की  प्रशंसा  ( 2010 )
  • संयुक्त  राष्ट्र  शान्ति  मिशन  पदक  ( 2016 -17 )  भारतीय  सैन्य  टुकड़ी  का  नेतृत्व  करने  के  लिए 
  • विशिष्ट  सेवा  पदक  (2019 )
  • सेना  पदक  ( 2025 )  


 कर्नल  सोफ़िया  कुरैशी  से  जुड़े  तथ्य 

सोफ़िया  कुरैशी  को  पर्वतारोहण  का  बेहद  शौक  है |  उन्होंने  स्टोक  कांगड़ी  की  चोटी  ( लद्दाख )  पर  चढ़ाई  भी  की  है |

कर्नल  कुरैशी  हिंदी ,  अंग्रेजी ,  फ्रेंच  तथा  उर्दू  भाषा  में  निपुण  हैं |

वर्ष  2025  के  भारत - पाकिस्तान  संघर्ष  में  कर्नल  कुरैशी  ने  विंग  कमांडर  व्योमिका  सिंह  और  विदेश  सचिव  विक्रम  मिस्री  के  साथ  ऑपरेशन  सिन्दूर  पर  आधिकारिक  मीडिया  ब्रीफिंग  का  नेतृत्व  किया | 

      

    

  

Post a Comment

और नया पुराने