{Life introduction of Sundar pichai}

(सुंदर पिचाई का जीवन परिचय)



*****मेहनत इतनी खामोशी से करो कि जो लोग तुम्हें टाँप लिस्ट में नहीं रखना चाहते वो एक दिन तुम्हें गूगल पर सर्च करें*****

संघर्ष तो हर कोई करता है फर्क केवल मेहनत का है कोई कम करता है तो कोई ज्यादा। हम काम के लिए गूगल करते हैं, लेकिन सुंदर पिचाई गूगल के लिए काम करते हैं। जब एक इंसान हर तरह से निराश हो जाता है तो उसे केवल एक ही बात याद आती है कि अब तो कुछ करना है, उसी प्रकार सुंदर पिचाई की कहानी है, जो कि काफी संघर्षमयी है। अपने जीवन में उन्हें बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ा है।

ये इतिहास गवाह है कि बिना संघर्ष के हम अपनी मंजिल तक नहीं पहुँच सकते। अगर हमें कुछ पाना है तो उसके लिए हमें कुछ त्याग भी करना पड़ता है। अपनी हर ख्वाहिशों को नजरअंदाज करते हुए सुंदर पिचाई आज जिस स्टेज पर है वहाँ तक आना इतना आसान नहीं था।

◆ जन्म एवं परिवार:

जन्म - 10 जून 1972 तमिलनाडु (मदुरै)
पूरा नाम - पिचाई सुंदर राजन
माता - लक्ष्मी पिचाई
पिता - रघुनाथ पिचाई
शिक्षा - IIT खड़गपुर - बी.टेक स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय - MS
पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय - M.BA
पत्नी का नाम - अंजली पिचाई

 पिचाई सुंदर राजन का जन्म 10 जून 1972 को तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था। सुंदर पिचाई के पिता का नाम रघुनाथ पिचाई और माता का नाम लक्ष्मी पिचाई है। सुंदर पिचाई का बचपन बहुत ही गरीबी में बीता है बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा है और इसी गरीबी से जूझ कर आज वो इस लेवल तक पहुँचे है। सुंदर की माँ स्टेनोग्राफर थी और पिता इलेक्ट्रीकल इंजीनियर थे। सुंदर के पिता का एक निजी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट था।

◆ सुंदर पिचाई की शिक्षा:

सुंदर की शिक्षा की शुरुआत अशोक नगर के जवाहर विद्यालय से हुई जहाँ उन्होंने कक्षा 10 तक पढ़ाई की। चेन्नई में वना वाणी स्कूल में 12वीं की पढ़ाई पूरी की। सुंदर पिचाई को शुरू से ही मशीन और टेक्नोलॉजी से बहुत लगाव था इसीलिए उन्होंने (Metlargical Engineering) मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग के लिए आई.आई.टी खरगपुर में दाखिला लिया। 3 चीजों ने सुंदर पिचाई की जिंदगी बदल दी - टेलीफोन, फ्रिज और स्कूटर क्योंकि सुंदर पिचाई सोचते थे कि ये जो मशीन है इससे हम समय बचा सकते हैं। 

◆ सुंदर पिचाई का करियर: 

सुंदर पिचाई गूगल के निदेशक होने से पहले म्क किन्से एंड कंपनी में काम किया करते थे। कुछ समय यहाँ काम करने के बाद साल 2004 में उन्होंने गूगल को ज्वाइन किया जहाँ पर उन्हें नई नई खोज और नवीन विचारों से जुड़े कुछ काम दिए गए। अल्फाबेट का गठन 2015 में गूगल की एक कंपनी के रूप में किया गया। 
सुंदर पिचाई को साल 2013 में अल्फाबेट के 273,328 से भी ज्यादा शेयर दिए गए। गूगल में आने के 11 साल बाद ही सुंदर पिचाई को 10 अगस्त,2015 को गूगल का मुख्य कार्याधिकारी घोषित कर दिया गया।

सुंदर पिचाई ने अपने काम से सबको आकर्षित कर लिया। आज जिस मैप के जरिए हम कहीं भी आ जा सकते हैं और किसी भी जगह का पता लगा सकते हैं उस मैप को सुंदर पिचाई ने बनाया जिसे गूगल मैप कहा जाता है। 2005 में पहली बार गूगल मैप बनाया गया, 2006 मे संयुक्त राज्य अमेरिका (U.S.A) और उसके बाद संयुक्त राष्ट्र (U.K) में लान्च किया गया। साल 2008 में इसका प्रचार भारत में हुआ।

सुंदर पिचाई कहते थे कि मैं जितनी बार कंपनियों को रिजाइन करता था वो मुझे प्रमोट कर देते थे और यही कारण है कि मैं कभी गूगल छोड़ ही नहीं पाया।

ये कहते हैं कि हम कितनी भी बार फेल क्यूँ न हो जाए लेकिन हर बार उसमें से कुछ सीखना जरूर चाहिए।

◆ स्मार्ट सर्च:

सुंदर पिचाई जितने भी प्रोडक्ट बनाते थे उसके पीछे कोई न कोई समस्या हुआ करती थी जिससे वो गुजर चुके होते थे और वो ये चाहते थे कि जिस परेशानी से मैं गुजरा हूँ उसे किसी और को सामना न करना पड़े। साल 2007 में सुंदर अपने हार्ड डेस्क पे कुछ डाक्यूमेंटस ढ़ूंढ़ रहे थे और उसे निकालने में उन्हें 15 मिनट का समय लग गया जिससे वो बहुत परेशान हो गए। 
फिर उन्होंने अपनी टीम को बुलाई और उनसे कहा कोई ऐसी टेकनीक लगाई जाए जिससे किसी भी सर्च के लिए इंतजार न करना पड़े। 

उस समय इस स्मार्ट सर्च को लेकर कुल 17 कंपनियां काम कर रही थी लेकिन सुंदर पिचाई की कंपनी ने दिन रात मेहनत की और 17 की 17 कंपनी खत्म हो गई जिसमें से केवल गूगल बची है। साल 2019 में सुंदर पिचाई ने You Tube kids लांच किया। सुंदर पिचाई ने 21 डाटा सेंटर U.S.A में बनाया और 22डाटा सेंटर पूरे विश्व में बनाया। गूगल ट्रांसलेटर, गूगल फोटोज इसी तरह बहुत सारे प्रोडक्ट बनाए।

◆ सुंदर पिचाई के बारे में फैक्टस:

● सुंदर पिचाई की सैलरी 2000 करोड़ है और ये अकेले ही 281 मिलियन डॉलर अर्न करते हैं।
● लैरी पेज ने गूगल की स्थापना की थी लेकिन उन्होंने सुंदर पिचाई को गूगल का C.E.O बनाया।
● जी-मेल और गूगल मैप जैसे ऐप तैयार किए।
● सुंदर पिचाई को बचपन में क्रिकेट खेलने का बहुत शौक था क्रिकेट में कैप्टन थे और पढ़ाई में भी No.1 थे।

तो ये थी कुछ सुंदर पिचाई की प्रेरणा भरी कहानी जिससे हर किसी को सीखने की जरूरत है। हमें कभी अपने रिजल्ट को नहीं देखना चाहिए बल्कि अपने उस काम को देखना चाहिए जिससे वो आने वाला रिजल्ट बेहतर होगा।सुंदर पिचाई के जैसे ही और भी महान लोग हैं जो हमारे जीवन में एक नई सीख दे जाते हैं।
सुंदर पिचाई लक्जरी मकान में पोलो अल्टो में रहते हैं जो कि सिलिकॉन वैली में है। ये U.S.A का सबसे ज्यादा समृद्धि राज्य माना जाता है। 

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