मिताली राज (क्रिकेटर) का जीवन परिचय



मशहूर भारतीय महिला क्रिकेटर मिताली राज भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हैं। मिताली राज महज 10 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दी थी और जब वो 17 साल की हुई तब वो भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल हो गई।

इनका जन्म 3 दिसंबर, 1982 को राजस्थान के जोधपुर में हुआ था। मिताली एक तमिल परिवार में जन्मी थी। इनके पिता का नाम दोरज राज और माता का नाम लीला राज है। दोरज राज भारतीय हवाई में वारंट ऑफिसर थे।

मिताली राज की शिक्षा

मिताली राज ने सिकंदराबाद के कीज हाई स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की थी और आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए कस्तूरबा गांधी जूनियर काॅलेज में एडमिशन ले ली। जैसा कि हमने बताया कि मिताली 10 वर्ष की उम्र से ही खेलने लगी थी और कई जगह पर वो क्रिकेट का अभ्यास भी करती थी। अपने बड़े भाई के साथ खेलती और स्कूल में लड़कों के साथ नेट में अभ्यास करती।



साल 1997 में महिला क्रिकेट विश्वकप हुआ उसके लिए मिताली राज को सम्मानित किया गया लेकिन आखिरी मैच में उन्हें शामिल नहीं होने दिया गया और उस समय मिताली केवल 14 साल की थी। मिताली राज का पहला वनडे साल 1999 में आयरलैंड के खिलाफ था जिसमें वो 114 रन बनाई थी। मिताली राज एयर इंडिया टीम में अंजुम चोपड़ा और अंजू जैन जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलती थी।

सन् 2002 में हुए विश्वकप के अंतिम मैच के दौरान मिताली ने भारतीय टीम को गाइड किया था।

मिताली राज का क्रिकेट में करियर

साल 2005 में महिला क्रिकेट विश्वकप में भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तान बनीं और इन्हीं की कप्तानी में पहली बार भारतीय टीम टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को हरा दिया था और 2005 में ही भारतीय टीम ने एशिया कप भी अपने नाम किया था। जब 2013 में महिला विश्वकप हुआ तो उस वनडे मैच में मिताली राज की रैंकिंग नंबर एक थी। 

2017 का महिला विश्वकप मिताली राज की कप्तानी में  अंतिम महिला विश्वकप था मतलब इसके बाद उन्होंने भारतीय टीम से कप्तान कि पद छोड़ दिया।

मिताली राज पुरस्कार

क्रिकेट के ‌क्षेत्र में बेहतरीन खिलाड़ी मिताली राज के खेल से प्रभावित होकर उन्हें पुरस्कार भी दिए गए हैं और भारत सरकार द्वारा सम्मानित भी किया गया है।

2003 में अर्जुन पुरस्कार

2015 में पद्मश्री (भारत सरकार द्वारा)

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए मिताली राज ने कुछ बातें कही थी - अगर भारतीय टीम को मजबूत और प्रतिभावान बनाना है तो इसके लिए भारतीय खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा टेस्ट मैच खेलने की जरूरत है।



एक लड़की होते हुए भी इतनी कम उम्र में क्रिकेटर बनने का सपना देखना और उसे साकार करना सबके लिए आसान नहीं होता है। ये वही कर सकते हैं जिन्हें खतरों से खेलना आता है। 

"मिताली राज बताती हैं कि मुझे बचपन में डांस करना बहुत पसंद था लेकिन कब मेरा ध्यान क्रिकेट की ‌ओर बढ़ा मुझे खुद ही नहीं पता"।।

साल 2015 में "Wisden Indian Cricketer of the year" का खिताब जीतने वाली मिताली राज पहली भारतीय महिला हैं। मिताली राज वनडे मैचों में 6000 से भी अधिक रन बना चुकी हैं और उनके पास 7 अर्धशतक बनाने का भी रिकॉर्ड है।

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